नोट बंदी का निर्णय देश के इतिहास में राष्ट्र को उन्नति पर ले जाने के लिए साबित होगा एक सार्थक कदम - ज्योतिर्विद महावीर कुमार सोनी

 नोट बंदी का निर्णय देश के इतिहास में राष्ट्र को उन्नति पर ले जाने के लिए साबित होगा एक सार्थक कदम - ज्योतिर्विद महावीर कुमार सोनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक अभूतपूर्व एवं साहसिक निर्णय लेकर 500 एवं 1000 के नोट बंद किए जाने के बाद पूरे राष्ट्र में सब जगह इसी पर बहस जारी हैं, कुछ इसे बहुत अच्छा एवं कुछ इसको लागू करने की प्रक्रिया को लेकर आलोचना कर रहे हैं। इतने दिन बीत जाने पर भी चाय की रेस्टोरेंट से लेकर बड़े से बड़े मॉल में ये चर्चा है कि इस निर्णय से अभी तो चारों तरफ बहुत सारी जनता कठिनाई झेल रही है, भविष्य में क्या इसके सुखद परिणाम भी सामने आएँगे, इस कदम से भाजपा को क्या लाभ होंगे, उसके सुन्दर भविष्य के लिए ये कदम कैसा साबित होगा, तरह तरह की बातें सोशल मीडिया पर दिन भर चलना आज दिन तक जारी है।
ज्योतिषीय पृष्ठभूमि लिए हुए अखिल भारतीय वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक संघ के संयोजक एवं ऑल इंडिया सोशल मीडिया फोरम के अध्यक्ष ज्योतिर्विद महावीर कुमार सोनी ने इस कदम को देश के सुन्दर भविष्य के लिए अत्यंत सार्थक कदम बताया है, निर्णय की घोषणा के तुरंत बाद भी इसे सरकार का ऐतिहासिक एवं सराहनीय कदम बताया था। अब ज्योतिषीय आधार पर भी देश के लिए भावी रूप से आगे जाकर अत्यंत उन्नति कारक बताते हुए उन्होंने कहा है कि इससे वर्तमान में तो चोंकाने वाले एवं अटपटे कई रहस्य तो उजागर होंगे ही, कुछ और सराहनीय के साथ कठोर निर्णय भी होंगे, कई परिस्थितियों के चलते काफी समय स्थिति प्राय:कर किसी न किसी वर्ग को असंतोषजनक ही महसूस होती रहेगी, सोना एवं प्रॉपर्टी मंदी की ओर बढ़ सकते हैं, विश्व में भी बहुत सी जगह नेचर सम्बन्धी, हारी - बीमारी संबंधी, अग्नि कारक, कई तरह से अशांतिकारक - असंतोषकारक एवं अन्य प्रकार की बड़ी दिक्कतें कुछ न कुछ समय के अंतराल में झेलनी पड़ेगी, किन्तु इधर कई दिक्कतों, परेशानियों, विरोधों एवं झटकों के बावजूद भाजपा सरकार के ऐसे कई निर्णय आगे जाकर अधिक मजबूती के साथ देश को उतरोत्तर उन्नति पर ले जाने में सिद्ध एवं सफल होंगे, कई बड़े स्तरों पर समर्थन, साथ या लाभ भी प्राप्त हो सकेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के लिए काम के भारी बोझ के चलते स्वास्थ्य आदि पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है चूँकि वे साढ़े सत्ती के तीव्र प्रभाव में चल रहे हैं. इसके चलते ज्यादा भागदौड़, तनाव, विरोध, कष्ट आदि विभिन्न प्रकार से संभावित रहते हैं, इस साढ़े सत्ती के संभावित विभिन्न दुष्प्रभावों को जानने के लिए विद्वान ज्योतिषियों - शुभचिंतकों को विशेष ध्यान देना चाहिए तथा दुष्प्रभावों से बचने के लिए आध्यात्मिक साधना के रूप में योग, ध्यान, मन्त्र अनुष्ठान, दान आदि पर भी विशेष ध्यान केन्द्रित करना चाहिए.