जिफ के लिये 11 श्रेणियों में नामांकित फिल्मों की पहली सूची जारी

 15 देशों के 27 ज्यूरी सदस्यों ने चुनी 80 देशों की 1484 फिल्मों में से 38 देशों की 161 फिल्में

15 से 19 जनवरी 2021 को होने जा रहा है जिफ का ऑनलाइन आगाज़

जयपुर: कोरोना ने पुरे विश्व को प्रभावित किया है. जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल-जिफ का आयोजन भी इससे अछूता नहीं है. बावजूद इसके जिफ आयोजन समिति ने जिफ का आयोजन अगले साल 15 से 19 जनवरी तक करने जा रही है. आयोजन इस बार ऑनलाइन होगा (फेस्टीवल ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा यदि सरकारी दिशानिर्देश थिएटर स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं देते हैं). इसके अलावा जनवरी तक भारत और जयपुर के कोरोना हालातों और सरकारी दिशा निर्देशों पर भी निर्भर करेगा। जिफ का ये लगातार 13वां एडिशन होगा. 

फिक्शन फिल्मों की श्रेणी में जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, विश्व के सबसे बड़े फिल्म फेस्टिवल के रूप में अपनी पहचान बना चुका है।

जिफ फाउंडर डायरेक्टर हनु रोज ने बताया कि दुनिया भर के सिने प्रेमियों के लिए बहुप्रतीक्षित जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल- जिफ के लिए प्रतियोगिता की श्रेणी में चयनित फिल्मों की पहली सूची गुरूवार पांच नवम्बर को जिफ आयोजन समिति ने जारी कर दी है.  इस सूची में 38 देशों की 161 फिल्मों का चयन हुआ है. अक्टूबर तक 80 देशों से प्राप्त 1484 फिल्मों में से इन फिल्मों का चयन किया गया है.

ये चयन 15 देशों के 25 सदस्यों के फिल्मकारों के चयन बोर्ड ने किया है.

पिछले साल इस समय तक जिफ 2020 के लिए 95 देशों से प्राप्त 2161 फिल्मों में से पहली लिस्ट में 219 फिल्मों का चयन किया गया था.

कोरोना महामारी के कारण लगभग 25% फ़िल्में कम सब्मिट हुई है. साथ ही हर साल इतनी ही ग्रोथ होती थी, वो ग्रोथ भी नहीं हुई है.

जिफ प्रवक्ता राजेन्द्र बोड़ा ने जानकारी देते हुआ बताया कि प्रतियोगिता के लिए 11 श्रेणियों में चयनित फिल्मों में 26 फीचर फिक्शन फिल्म | 11  डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म | 65 शॉर्ट फिक्शन फिल्म | 22 शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म | 13 शॉर्ट एनिमेशन फिल्म | 14 मोबाइल फिल्म | 3 वेब सीरीज़ | 13 स्टूडेंट्स फिल्म | 2 एड फिल्म | 1 सॉन्ग | 4 डायलॉग आदि शामिल हैं।

जिफ में क़तर, नार्वे, क्रोएशिया, नीदरलैंड्स, अमरीका, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्पेन, चिली,  इटली,  कनाडा,  कोरिया,  वियतनाम,  साउथ अफ्रिका और पौलैंड सहित कई देशों से फिल्में आई हैं। इस बार उन देशों से कम या ना के बराबर फ़िल्में सब्मिट हुई है जो बेहद गरीबी का सामना कर रहे हैं.

फेस्टिवल में विश्व भर के प्रतिष्ठित फिल्म पुरस्कार जित चुके फिल्माकरों की फिल्मों का चयन हुआ है.

यूक्रेन/यूके/इजराइल की शॉर्ट फ़िक्शन फिल्म “एना” एक उम्रदराज़ सिंगल मदर कीकहानी है, जो बदलाव की तलाश में है। प्रेम की खोज में निकली एना की यह दिलचस्प कहानी 72वें कांस फिल्म फेस्टिवल में नामांकित होचुकी है। साथ ही बेस्ट ब्रिटिश शॉर्ट का अवॉर्ड जीत चुकी है। बाफ्टा | टिफ़ | एएफआई सहित दर्जनों फिल्म फ़ेस्टिवल्स में प्रदर्शित हो चुकी है।

जर्मनी की फिल्म चैरी ब्लॉसम्स एंड डैमंस की निर्देशक डोरिस डॉरी इंटरनेशनल सिनेमा में जानी - मानी शख़्सियतहै। डोरिस 1999 में कांस फिल्म फ़ेस्टिवल की ज्यूरी मेंबर रह चुकी हैं। 

कोविड आधारित फ़िल्मों का प्रदर्शन ख़ास रहेगा। इसमें यू.एस. की डॉक्यूमेंट्री फ़ीचर फिल्म डायग्नॉसिंग हैल्थकेयर| नीदरलैंड्स की एनिमेशन शॉर्ट फ़िल्म सैड ब्यूटी | ऑस्ट्रेलिया की शॉर्ट फ़िक्शन फिल्म आइसोलेशन रेस्टोरेंट | यू.एस. की मोबाइल शॉर्ट फिल्म नाइन्टीन और कनाडा की वॉटर बी डैम्ड दिखाई जाएगी। भारतीय फ़िल्मों में कैफ़े 2022 | दा नॉकर | कोरोना रोबोट्स 2020 और लॉकडाउन जैसी कई फ़िल्में चुनी गई हैं। ये फ़िल्में लोकडाउन पर आधारित है और इसी दौरान बनाई गयी है.

वहीं राजस्थान से दो फ़िल्में - तप्तेश कुमार की डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म उदयवीर - रियल इंडियन आर्मी हीरो और कामरन टाँक की सपोज दिखाई जाएगी।

5 दिसम्बर को नामांकित फिल्मों की दूसरी सूची जारी की जाएगी।