सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर जयपुर में ‘एकता मार्च’ और ‘रन फॉर यूनिटी’ का भव्य आयोजन

जयपुर। भारत की एकता और अखंडता के प्रतीक लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर जयपुर में देशभक्ति और उत्साह से भरे भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने क्रमशः एकता मार्च और रन फॉर यूनिटी में भाग लेकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी और उनके अदम्य साहस, नेतृत्व और राष्ट्रनिर्माण के योगदान को नमन किया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गांधी सर्किल से अमर जवान ज्योति तक आमजन, जनप्रतिनिधियों और युवाओं के साथ 3 किलोमीटर लंबा एकता मार्च किया। हाथों में तिरंगा थामे हजारों नागरिकों ने “भारत माता की जय” और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के नारों से वातावरण को देशभक्ति से सराबोर कर दिया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सरदार पटेल ने आजादी के बाद 560 से अधिक रियासतों का विलय कर एक सशक्त और एकजुट भारत का निर्माण किया। उन्होंने ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की जो भावना जगाई, वही आज हमारे राष्ट्र की पहचान है।
श्री शर्मा ने युवाओं का आह्वान किया कि वे हर परिस्थिति में राष्ट्रहित और राष्ट्रीय एकता को सर्वोपरि रखें तथा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर सरदार पटेल के अधूरे सपने को साकार किया, जो सच्ची श्रद्धांजलि है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार युवाओं को सशक्त करने के लिए लगातार प्रयासरत है — अब तक 91 हजार से अधिक सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं, जबकि डेढ़ लाख से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है।
इसी अवसर पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने भी ‘रन फॉर यूनिटी’ में भाग लेते हुए गांधी सर्किल से अमर जवान ज्योति तक पदयात्रा की। उन्होंने कहा कि यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि वह राष्ट्रीय एकता, भाईचारे और समरसता का प्रतीक है, जिसे सरदार पटेल ने अपने जीवन का ध्येय बनाया था। दिया कुमारी ने कहा कि सरदार पटेल की दूरदर्शिता, साहस और दृढ़ इच्छाशक्ति ने भारत को विभाजित रियासतों से निकालकर एकजुट राष्ट्र बनाया, और यह भावना हर भारतीय के हृदय में आज भी जीवित है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सांसद घनश्याम तिवाड़ी, मंजू शर्मा, तथा विधायक कालीचरण सराफ, गोपाल शर्मा, बालमुकुंदाचार्य सहित अनेक जनप्रतिनिधि, एनसीसी और एनएसएस कैडेट्स, पुलिस जवान, स्काउट गाइड, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं, और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
पूरे मार्ग पर आमजन ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और जयपुर शहर देशभक्ति और एकता के नारों से गूंज उठा। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने अमर जवान ज्योति पर पुष्प अर्पित कर सरदार पटेल और शहीदों को नमन किया तथा उपस्थित जनता को आत्मनिर्भर भारत की शपथ दिलाई।
यह आयोजन न केवल सरदार पटेल के आदर्शों को स्मरण करने का अवसर बना, बल्कि ‘विकसित राजस्थान-विकसित भारत’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक सशक्त कदम भी साबित हुआ।





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