जयपुर से रवाना होकर गुहावाटी होते हुए कलकत्ता पहुंचा जिफ का टोर्च केम्पियन

कोलकाता - जयपुर। जनवरी माह में 6 से 10 तारीख तक होने वाले पन्द्रहवें जयपुर इंटरनेशनल फिल्म  फैस्टिवल में इस बार इंडियन पैनोरमा की 12 विभिन्न भारतीय भाषाई फुल लैंथ फिल्मों की लांचिंग की जाएगी।  इंडियन सिनेमा के इतिहास में ये पहला मौका है जब देश में बनी विभिन्न भारतीय भाषाओं की 12 फिल्मों की इतने व्यापक स्तर पर  इन फिल्मों के बारे में पुरे देश को बताया जा रहा है.  इस कैम्पेन को ‘’टॉच कैम्पेन’ नाम दिया गया है।कोलकाता में रितुपर्णा सेन गुप्ता, प्रसिद्ध अभिनेता कहानी फिल्म फेम सास्वत चटर्जी और गौतम घोष ने की शिरकत

कोलकाता में शुक्रवार को टॉर्च कैम्पेन के दूसरे पड़ाव का आयोजन होटल हिन्दुस्तान इंटरनेशनल में किया गया। मशहूर अभिनेत्री रितु पर्णा सेन गुप्ता, प्रसिद्ध अभिनेता कहानी फिल्म फेम सास्वत चटर्जी और मशहूर निर्माता निर्देशक गौतम घोष समारोह के मुख्य अतिथि थे।

‘सिनेमा आज और कल’ विषय पर चर्चा का भी आयोजन किया गया

इस दौरान रितुपर्णा सेन गुप्ता, प्रसिद्ध अभिनेता कहानी फिल्म फेम सास्वत चटर्जी और गौतम घोष ने अपने विचार रखे और कहा की आज सिनेमा कहानी बेस्ड हो रहा है. सिनेमा, सिनेमा हॉल्स के साथ OTT पर भी देखा जाने लगा है. आज हमें कल के लिए अभी से सोचना शुरू कर देना चाहिए.

जिफ की प्रशंसा करते हुए रितुपर्णा सेनगुप्ता ने कहा की रीजनल सिनेमा के लिए देशव्यापी अभियान हमारे सिनेमा की एक पहचान बना सकेगा. गौतम घोष ने कहा की मैं एक बार पहले भी जिफ में 2013 शामिल हो चुका हूँ ये फेस्टीवल हमारे देश की इंटरनेशनल पहचान है. हमारे सिनेमा की आवाज है. सास्वत चटर्जी ने कहा की मुझे बहुत खुशी हो रही है की जिफ हमारे रीजनल सिनेमा के लिए देश भर में लोगों ये बताने के लिए की आओ जुडो और हमारा रीजनल सिनेमा देखों, देखो यहां कितनी सुन्दर कहानियों पर फ़िल्में बन रही है.

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में विदेशी फिल्मों के लिए एक सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म की कैटेगिरी जोड़ी जानी चाहिए - हनु रोज

समारोह के दौरान जयपुर इंटर नेशनल फिल्म फैस्टिवल के फाउन्डर डायरेक्टर हनु रोज ने बताया कि आज भारतीय सिनेमा को विश्व स्तर पर ले जाने के लिए और अधिक प्रयासों की आवश्यकता है। इसके लिए भारत में आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में विदेशी फिल्मों के लिए एक सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म की कैटेगिरी जोड़ी जानी चाहिए। ऐसा करने से भारतीय सिनेमा के स्तर को ग्लोबल बनाने में मदद मिलेगी। इसके लिए भारत के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को विशेष ध्यान देना चाहिए।

15 नवम्बर को गुवाहाटी से शुरू हुआ टॉच कैम्पेन

इससे पहले 15 नवंबर को इस अभियान का श्रीगणेश गुवाहाटी से किया गया। टॉर्च कैम्पेन की लांचिंग यहां के विवांता ताज होटल में आयोजित एक भव्य समारोह में की गई। इस मौके पर आसाम के अनेक फिल्म निर्माता निर्देशक मौजूद रहे। लांचिंग समारोह की मुख्य अतिथि आसाम के मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी और प्रख्यात फिल्म मेकर रिंकी भुयान सरमा थीं तथा गुवाहाटी के संयुक्त पुलिस कमिश्नर पार्थासारथी महन्ता विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। पार्थासारथी स्वयं भी डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर हैं।

की गई जिफ इंडियन सिनेमा फंड की स्थापना की घोषणा

लांचिंग समारोह के दौरान जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फैस्टिवल के फाउन्डर डायरेक्टर हनु रोज ने बताया कि इंडियन सिनेमा के प्रमोशन और ग्लोबल डॉयलॉग के लिए जिफ इंडियन सिनेमा फंड की स्थापना करेगा जिसमें फिल्म इंडस्ट्री की कई जानी-मानी हस्तियों को इसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में जोड़ा जाएगा। इस बात का समर्थन करते हुए रिंकी भुयान सरमा ने इसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में शामिल होने के लिए अपने नाम की सहमति दी। हनु रोज ने बताया कि इस अभियान में पूरे देश के लगभग एक हज़ार निर्माता, निर्देशक,अभिनेता, अभिनेत्री और फिल्म फोफेशनल शामिल होंगे।

 इन शहरों में चलेगा अभियान

15 नवम्बर को गुवाहाटी में लांचिंग तथा 18 नवम्बर को कोलाकाता में इसका दूसरा चरण होने के बाद 26 नवम्बर को चेन्नई, 1 दिसम्बर को मुम्बई, 16 दिसम्बर चंडीगढ़, 17 दिसम्बर रोहतक, 26 दिसम्बर जोधपुर में आयोजित किया जाएगा। जोधपुर के बाद टॉर्च दिल्ली के फिल्मकारों को सौंप दी जाएगी जो 5 जनवरी को जयपुर लेकर आएंगे।

दिखाए गए विभिन्न भारतीय भाषाई फिल्मों के ट्रेलर

लांचिंग समारोह में इन फिल्मों के ट्रेलर दिखाकर इनके प्रति फिल्म प्रेमियों को अवेयर किया गया।

चार राज्यों के चार शहरों में होगी पुरस्कृत फिल्मों की स्क्रीनिंग

हनु रोज ने बताया कि जयपुर में फैस्टिवल के दौरान 12 फिल्मों की स्क्रीनिंग के बाद पुरस्कृत फिल्मों की देश के चार राज्यों के चार शहरों श्रीनगर, त्रिवेंन्द्रम, हैदराबाद और बैंगलौर में भी स्क्रीनिंग करवाई जाएगी जिनकी तिथियों की घोषणा फरवरी, 2023 में की जाएगी।  

इन 12 विभिन्न भारतीय भाषाई फुल लैंथ फिल्मों का किया जाएगा प्रमोशन

संजय हजारिका के निर्देशन और रिंकी भुयान सरमा द्वारा प्रोड्यूस्ड आसामी फिल्म बोकुल फुलोर डोरे, सीनू रामासामी की तमिल फिल्म मांमनीथम, चिदम्बरम पालनीप्पन एल की मलयाली फिल्म ‘द वन, द मैनी विदिन वन’, सौम्यजीत मजूमदार की बंगाली, इंगलिश और हिन्दी भषा की फिल्म ‘होमकमिंग’, एम. पदमकुमार की तमिल भाषा की विज़िथिरन, गौतम रामचन्द्र की तमिल भाषा की गार्गी, गिरीश मोहिते की मराठी फिल्म ‘ताथ काना’, राधाकृष्ण पार्थीबन की तमिल तेलगू फिल्म शेडो ऑफ दी नाइट, जोशी मैथ्यू की मलयाली नेस्ट ऑफ़ सोरोज, कार्तिक स्वामीनाथन की तमिल फिल्म मुगीझ़, शेरी और दीपेश टी द्वारा निर्देशित मलयालम फिल्म अवनोविलोना और ईशान घोष की बंगाली फिल्म झिल्ली इन सभी फिल्मों की स्क्रीनिंग 6 से 10 जनवरी के मध्य की जाएगी। ‘टॉर्च कैम्पेन’ में इन फिल्मों के ट्रेलर दिखाए जाकर इन फिल्मों के प्रति लोगों में अवेयरनैस जगाई जाएगी। इस मौके पर इन फिल्मों से जुड़े सभी निर्माता और निर्देशक भी मौजूद रहेंगे।

इस अवसर पर रंजन घोष के निर्देशन में बनी बंगाली निर्देशक महिषासुर मर्दिनी का ट्रेलर दिखाया गया और इस पर चर्चा की गयी.

12 फिल्मों के लिए रखे गए हैं 12 अवार्ड्स

जयपुर में 6 से 10 जनवरी के मध्य इंडियन पैनोरमा की इन 12 भाषाई फिल्मों के प्रोत्साहन के लिए 12 अवार्ड रखे गए हैं। किस फिल्म को कौनसा आवार्ड दिया जाएगा इसका चयन जिफ द्वारा स्थापित समीक्षकों की एक कमेटी द्वारा किया जाएगा। किसी एक फिल्म को एक से अधिक अवार्ड भी दिए जा सकते हैं और किसी को एक भी नहीं, ये सब चयनकर्ताओं की कसौटी पर खरा उतरने के बाद ही निर्धारित होगा।

ये पांच जाने-माने फिल्म मेकर्स तय करेंगे 12 फिल्मों के अवार्ड

इन बारह फिल्मों की ज्यूरी में हॉलीवुड के जाने माने विजुअल इफेक्ट्स जिम रेगिल शामिल हैं जिन्हें उनकी फिल्म दी लॉर्ड ऑफ दी रिंग्स ट्रिलॉजी में बेस्ट वीजुअल इफेक्ट्स के लिए तीन ऑस्कर और तीन बॉफ्टा अवार्ड मिल चुका है।

दूसरे सदस्य हॉलीवुड के ही स्टीफन केस्टोर हैं। स्टीफन जिम रेगिल की ऑस्कर और बेफ्टा अवार्ड विनिंग फिल्म की वीजुअल इफेक्ट टीम के सक्रिय सदस्य रह चुके हैं।

इसी प्रकार फ्रांस के मार्क बाश्चेट पेशे से फिल्म प्रोड्यूसर और सिनेमाटोग्राफर हैं। वो अपनी फिल्मों नो मैन्स लैंड, बिफोर दी रेन्स और अडॉप्टेड सन के लिए जाने जाते हैं। उनकी फिल्म नो मैन्स लैंड को 2001 में ऑस्कर मिल चुका है। इससे पहले मार्क दो बार जिफ में भाग ले चुके है.

ज्यूरी में इसके अलावा दो भारतीय फिल्मकारों ने भी शामिल होने की सहमति दी है। इनमें बॉलीवुड के जाने-माने स्क्रीन प्ले राइटर कमलेश पांडे हैं. कमलेश पांडे एक भारतीय पटकथा लेखक हैं, जिन्हें विज्ञापन में 30 साल से अधिक, फिल्मों में 20 साल और टेलीविजन में 14 साल का अनुभव है। उन्होंने तेजाब के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार, सौदागर के लिए स्टार स्क्रीन पुरस्कार और रंग दे बसंती के लिए आईफा पुरस्कार जीता है।

1988 में प्रदर्शित चर्चित फिल्म पीरवी के जरिए कॉन्स फिल्म फैस्टिवल में कैमरा-डीओर अवार्ड विनिंग फिल्म पीरवी के निर्देशक और सिनेमाटोग्राफर पद्मश्री शाजी एन करूण भी इस ज्यूरी के पांचवें सदस्य होंगे। शाजी एन करूण जिफ द्वारा मनोनीत इस कमेटी के अध्यक्ष होंगे।

इस प्रकार इस ज्यूरी में फिल्म निर्माण के सभी क्षेत्रों के विशेषज्ञों का प्रतिनिधित्व रखा गया है।