राज्यस्तर के विजेताओं की क्राउनिग के साथ वोगस्टार ब्यूटी पेजेंट का दूसरा दिन रहा ख़ास….कल होगा फिनाले

प्रतिभाओं को निखारने में और प्रदर्शित करने में उम्र कोई बंधन नहीं - कीर्ति चौधरी
रैंप वॉक के ज़रिए विवाहित  महिलाओं ने भी दिखाया आत्मविश्वास 

जयपुर। ग्लैमर के रंग और चमक-दमक बिखरने के लिए, मिस वोगस्टार इंडिया और मिसेज वोगस्टार इंडिया और फैशन वीक 2023 के दूसरे दिन चार डिज़ाइनर ने अनूठे कलेक्शन प्रदर्शित  किये  । साथ ही विवाहित महिलाओ ने परंपरागत और वैस्टर्न परिधानों में रैंप वॉक किया । सभी महिलाओं का आत्मविश्वास देखने लायक़ था। आज आयोजन के दूसरे दिन श्रेया तोमर, प्रियन्का शेखर, संजना सिन्हा, कीर्ति अरोरा और कीर्ति गुलाटी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। 

शो की  डायरेक्टर कीर्ति  चौधरी ने बताया कि दूसरे दिन क आकर्षण अमीन फरिश्ता का  फैशन शो रहा जिससे पूरे आयोजन में चार चाँद लग गए। कल 16 अप्रैल रविवार को फिनाले के दौरान नैना ठाकुर चंदवानी के कलेक्शन रैंप पर पेश किया जाएगा। 

ग़ौरतलब है कि वोगस्टार महिलाओं का एक समावेशी मंच जो उनको अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाने के लिए तत्पर है।

मिस एंड मिसेज वोगस्टार इंडिया 2023 और वोगस्टार फैशन वीक का ग्रैंड फिनाले अपनी तरह का पहला आयोजन है जहां सभी राज्यों के 700 प्रतिभागियों को विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा छह महीने के लिए बड़े पैमाने पर प्रशिक्षित किया गया । इसके लिए जहाँ एक ओर, स्क्रीनिंग राउंड प्रतियोगिताओं के दौरान राज्यों में प्रतिभागी महिलाएं सौंदर्य आइकन बनने के लिए रूढ़िवादिता को तोड़ कर नए आयाम स्थापित करती नज़र आयी।  वहीं दूसरी ओर, प्रतिभाशाली डिजाइनर ग्रैंड फिनाले में भारत के बहुसांस्कृतिक पहलू को प्रदर्शित करने के लिए प्रयासरत हैं और डिज़ाइन में कई प्रकार के प्रयोग करते पाए गए। 

वोगस्टार टीम में सभी महिला सदस्य शामिल हैं जो इस विश्व को महिलाओं के लिए एक सुरक्षित स्थान बनाने के अपने उद्देश्य में विश्वास करती हैं।  

स्कैनिंग राउंड के दौरान, वोगस्टार को 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों की 1200 महिलाओं से पंजीकरण प्राप्त हुआ, जो समाज में अपनी पहचान बनाना चाहती थीं।

इस प्रतियोगिता में भाग लेने आई लड़कियों और महिलाओं से कुछ साक्षात्कार किए इस साक्षात्कार में जहां लड़कियों ने अपने प्रथम अनुभव को रोमांचित बताया वही उम्रदराज महिलाओं ने इस प्रस्ताव में भाग लेने के उद्देश्य के बारे में बताया कि हम यह संदेश देना चाहते हैं कि हमें अपनी प्रतिभाओं को निखारने में पीछे नहीं हटना चाहिए और प्रतिभाओं के प्रदर्शन करने में उम्र कोई बंधन नहीं है उम्र का आंकड़ा सिर्फ एक नंबर है इसके अलावा कुछ नहीं है व्यक्ति अपनी रूचि के अनुसार कार्य करें तो ही जीवन सार्थक होता है।