सार्वजनिक जीवन और समाज में समतावाद तथा अखण्डता के पैरोकार रहे वकील, दिग्गज
राजनीतिक प्रतिनिधि श्री रामनाथ कोविंद का जन्म 01 अक्टूबर, 1945 को उत्तर प्रदेश में
कानपुर के निकट परौंख में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री मैकूलाल और माता का नाम
श्रीमती कलावती था।
25 जुलाई, 2017 को भारत के 14वें राष्ट्रपति का कार्यभार ग्रहण करने से पहले श्री कोविंद
ने 16 अगस्त, 2015 से 20 जून, 2017 तक बिहार के 36वें राज्यपाल के रूप में अपनी
सेवा दी ।
शैक्षिक योग्यता और व्यावसायिक पृष्ठभूमि
श्री कोविंद ने अपनी स्कूली शिक्षा कानपुर में ग्रहण की और कानपुर विश्वविद्यालय
से बी.कॉम तथा एलएलबी की डिग्री हासिल की। 1971 में उन्होंने दिल्ली बार काउंसिल
के साथ एक वकील के रूप में नामांकन किया।
श्री कोविंद 1977 से लेकर 1979 तक दिल्ली उच्च न्यायालय में केन्द्र सरकार के वकील
रहे तथा 1980 से 1993 तक उच्चतम न्यायालय में केन्द्र सरकार के वकील रहे। 1978
में वे उच्चतम न्यायालय के ‘एडवोकेट-ऑन-रिकार्ड’ बने। 1993 तक उन्होंने कुल 16 साल
तक दिल्ली उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में वकालत की।
संसदीय और सार्वजनिक जीवन
श्री कोविंद को अप्रैल, 1994 में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा का सदस्य चुना गया। उन्होंने
लगातार दो बार राज्यसभा के सदस्य के रूप में मार्च, 2006 तक कार्य किया। श्री कोविंद
ने विभिन्न संसदीय समितियों जैसे अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण संबंधी संसदीय समिति,
गृह मामलों की संसदीय समिति, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस पर संसदीय समिति,
सामाजिक न्याय और अधिकारिता संबंधी संसदीय समिति और कानून और न्याय संबंधी
संसदीय समितियों में सेवा की। वह राज्यसभा हाउस कमेटी के चेयरमैन भी रहे।
श्री कोविंद बी.आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय के प्रबंधन बोर्ड के सदस्य तथा भारतीय प्रबंधन
संस्थान कोलकाता के बोर्ड ऑफ गवर्नस के सदस्य भी रहे। वह संयुक्त राष्ट्र में गए भारतीय
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी रहे और अक्टूबर, 2002 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया।
इन पदों पर किया कार्य -
2015-17: बिहार के राज्यपाल
1994-2006: उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य
1971-75 और 1981: महासचिव, अखिल भारतीय कोली समाज
1977-79: दिल्ली उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के वकील
1982-84: सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के अधिवक्ता
व्यक्तिगत विवरण
श्री कोविंद का विवाह 30 मई, 1974 को श्रीमती सविता कोविंद से हुई। श्री कोविंद के पुत्र का
नाम प्रशांत कुमार और पुत्री का नाम सुश्री स्वाति है। पढ़ने-लिखने के शौकिन राष्ट्रपति कोविंद
को राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तनों, कानून और इतिहास तथा धर्म संबंधी किताबें पढ़ने में
गहरी दिलचस्पी है।
अपने लम्बे सार्वजनिक जीवन के दौरान श्री कोविंद ने कई देशों की यात्रा की है। संसद
सदस्य के रूप में उन्होंने थाईलैंड, नेपाल, पाकिस्तान, सिंगापुर, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, फ्रांस,
ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा भी किया है।
वि.कासोटिया/केजे/वाईबी-3125