गृहमंत्री ने एनडीआरएफ की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की

        केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने यहां राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
        बैठक के दौरान एनडीआरएफ के महानिदेशक श्री संजय कुमार ने एनडीआरएफ की भूमिका और जिम्मेदारियों के साथ-साथ उसकी प्रमुख उपलब्धियों के बारे में प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ ने जनवरी 2016 से अब तक 553 आपरेशनों में 78,625 लोगों को बचाया। एनडीआरएफ ने इसी अवधि के दौरान मवेशियों की भी जान बचाई। श्री कुमार ने बताया कि राहत कार्यों के अलावा एनडीआरएफ कृत्रिम अभ्यास करता है और उसने राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवानों, नागरिकों और स्कूली बच्चों के लिये क्षमता विकास कार्यक्रम भी चलाया है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ अब तक 53.65 लाख स्वयंसेवियों के लिए सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम चला चुका है। श्री कुमार ने राहत और बचाव कार्यों में एनडीआरएफ द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले विशेष उपकरणों तथा देश के विभिन्न भागों में एनडीआरएफ का बुनियादी ढांचा बनाने के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने 10 बटालियनों और टीम के 10 ठिकानों पर 882 करोड़ रुपये की मंजूर लागत से वर्तमान बुनियादी ढांचा विकास की प्रगति की जानकारी दी।
        श्री राजनाथ सिंह ने एनडीआरएफ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि एनडीआरएफ के जवानों ने न केवल भारत में बल्कि नेपाल और जापान जैसे देशों में भी राहत और बचाव कार्यों में योगदान दिया है। उन्होंने 12 राज्यों/संघ शासित प्रदेशों में अब तक राज्य आपदा मोचन बल नहीं बनाने पर चिन्ता व्यक्त की और कहा कि इन राज्यों से जल्द से जल्द एनडीआरएफ की स्थापना करने के बारे में कहा जाना चाहिए। उन्होंने एनडीआऱएफ को आश्वासन दिया कि बैठक के दौरान उठाये गये प्रमुख मुद्दों पर गौर किया जाएगा और उचित समय पर आवश्यक कदम उठाये जाएंगे।
        केन्द्रीय गृह सचिव श्री राजीव महार्षि ने राहत और बचाव कार्यों के अलावा एनडीआरएफ द्वारा किये जा रहे कृत्रिम अभ्यास, समुदायिक प्रशिक्षण और स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम की सराहना की।
        इस अवसर पर मंत्रालय में मनोनीत सचिव श्री राजीव गाबा और मंत्रालय तथा एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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