ढाका इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल में सोमेंद्र हर्ष की राजस्थानी डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म धींगा गवर का हुआ प्रदर्शन

नेशनल। सोमेंद्र हर्ष द्वारा निर्देशित और निर्मित राजस्थानी डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म धींगा गवर का प्रदर्शन 21वे ढाका इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल मे हुआइस फ़िल्म का वर्ल्ड प्रीमियर आज ढाका के नेशनल म्यूजियम में हुआइस राजस्थानी डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म धींगा गवर के निर्देशक और निर्माता सोमेंद्र हर्ष ने  अपनी फ़िल्म का प्रतिनिधित्व किया और वहां मौज़ूद सिने प्रेमिओं से रूबरू हुए। 
धींगा गवर की फ़िल्म स्क्रीनिंग में ढाका यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ़ हिंदी , इंस्टिट्यूट ऑफ़ मॉडर्न लैंग्वेजेज की आईसीसीआर हिंदी चेयर डॉ पूनम गुप्ता के साथ ही डिपार्टमेंट के छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे।  
राजस्थानी भाषा और यहां के कल्चर को प्रमोट करती धींगा गवर डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म सोमेंद्र हर्ष का निर्देशक रूप में पहला डेब्यू प्रोजेक्ट है। ये डॉक्यूमेंट्री जोधपुर शहर में तीज के दौरान आयोजित होते धींगा गवर मेला के बारे मे है। यह त्योहार इतिहास के साथ-साथ इसके पौराणिक और आध्यात्मिक पहलुओं को भी प्रदर्शित करता है। ये डॉक्यूमेंट्री इस त्योहार के बारे में विभिन्न तथ्यों पर भी प्रकाश डालती है, उनमें से एक यह है कि विधवाएं भी इस उत्सव में भाग ले सकती हैं, जो कि कई हिंदू उत्सवों में शामिल नहीं हो पाती। धींगा गवर के दौरान, महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन के आशीर्वाद लेने के लिए शिव (ईसर) और उनकी पत्नी पार्वती (गणगौर) की मूर्तियों की पूजा करती हैं। प्रचलित मान्यता के अनुसार कोई भी अविवाहित पुरुष ढींगा गवार के दौरान पूजने वाली महिलाओं से डंडे से आशीर्वाद प्राप्त करता है तो उसकी जल्द ही एक उपयुक्त लड़की से शादी हो जाती है। महिलाएं भी पौराणिक पात्रों, डकैतों, पुलिस आदि से प्रेरित होकर सजती-संवरती हैं।
सोमेंद्र हर्ष राजस्थान इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर भी है और पिछले 9 सालों से राजस्थानी भाषा , राजस्थान के आर्ट ओर कल्चर को प्रमोट करने के लिए प्रयास कर रहे है।

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