आईफा 2025 सिल्वर जुबली: भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े सितारों का शानदार जश्न

जयपुर। भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोहों में से एक, इंटरनेशनल इंडियन फिल्म अकादमी (आईफा) अवॉर्ड्स, ने इस वर्ष अपनी 25वीं वर्षगांठ जयपुर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक वैभव के बीच भव्य रूप से मनाई। यह आयोजन न केवल भारतीय सिनेमा के वैश्विक प्रभाव को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया, बल्कि यह सिनेमा के जादू और मनोरंजन के प्रति दर्शकों के अटूट प्रेम को भी समर्पित था।

आईफा अवॉर्ड्स 2025 का आयोजन 8 और 9 मार्च को जयपुर में किया गया। इस ऐतिहासिक वर्ष में, आईफा ने 25 साल पूरे कर लिए और इसकी सिल्वर जुबली धूमधाम से मनाई गई। इस समारोह का आरंभ 8 मार्च को ओटीटी सिनेमा और वेब सीरीज़ में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को सम्मानित करके हुआ, जबकि 9 मार्च को सर्वश्रेष्ठ फिल्मों और कलाकारों को पुरस्कार प्रदान किए गए। किरण राव की फिल्म 'लापता लेडीज' ने 10 अवॉर्ड्स जीतकर बाज़ी मारी, जिसमें सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशन, सर्वश्रेष्ठ मुख्य भूमिका (महिला) और सर्वश्रेष्ठ सहायक भूमिका (पुरुष) जैसे प्रमुख पुरस्कार शामिल रहे।

भव्य नाइट - नेक्सा आईफा अवॉर्ड्स 2025

9 मार्च 2025 को आयोजित नेक्सा आईफा अवॉर्ड्स, को-प्रेजेंटेड बाय शोभा रियल्टी, भारतीय सिनेमा के बेहतरीन कलाकारों और निर्देशकों का जश्न मनाने के लिए आयोजित किया गया। यह अवॉर्ड नाइट भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े और प्रभावशाली सितारों को एक साथ लेकर आई, जिससे यह एक यादगार और ऐतिहासिक आयोजन बन गया।

अवॉर्ड नाइट के खास आकर्षण:

  • करण जौहर और कार्तिक आर्यन ने अपने मजाकिया अंदाज और करिश्मे से शो की मेजबानी की।

  • शाहरुख खान, शाहिद कपूर, माधुरी दीक्षित, करीना कपूर खान और कृति सेनन ने अपने शानदार परफॉर्मेंस से मंच पर आग लगा दी।

  • करीना कपूर खान ने दिवंगत राज कपूर को एक विशेष श्रद्धांजलि दी।

  • माधुरी दीक्षित की दिलकश परफॉर्मेंस ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

  • शाहिद कपूर और कृति सेनन के शो-स्टॉपिंग एक्ट्स ने समारोह को यादगार बना दिया।

  • नोरा फतेही की दमदार प्रस्तुति ने भी समारोह में चार चांद लगा दिए।

आईफा 2025 अवॉर्ड्स के विजेता:

सर्वश्रेष्ठ फिल्म:

  • लापता लेडीज (आमिर खान, किरण राव, ज्योति देशपांडे)

सर्वश्रेष्ठ निर्देशक:

  • किरण राव (लापता लेडीज)

सर्वश्रेष्ठ मुख्य भूमिका (महिला):

  • नितांशी गोयल (लापता लेडीज)

सर्वश्रेष्ठ मुख्य भूमिका (पुरुष):

  • कार्तिक आर्यन (भूल भुलैया 3)

सर्वश्रेष्ठ सहायक भूमिका (महिला):

  • जानकी बोदिवाला (शैतान)

सर्वश्रेष्ठ सहायक भूमिका (पुरुष):

  • रवि किशन (लापता लेडीज)

सर्वश्रेष्ठ नकारात्मक भूमिका:

  • राघव जुयाल (किल)

सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन:

  • राम संपत (लापता लेडीज)

सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक (पुरुष):

  • जुबिन नौटियाल (आर्टिकल 370 - दुआ)

सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायिका (महिला):

  • श्रेया घोषाल (भूल भुलैया 3 - अमी जे तोमार 3.0)

तकनीकी श्रेणी के विजेता:

  • सिनेमेटोग्राफी: रफे महमूद (किल)

  • स्क्रीनप्ले: स्नेहा देसाई (लापता लेडीज)

  • संवाद: अर्जुन धवन, आदित्य धर, आदित्य सुहास जाम्भले, मोंनल ठाकर (आर्टिकल 370)

  • संपादन: जबीन मर्चेंट (लापता लेडीज)

  • कोरियोग्राफी: बॉस्को-सीज़र (बेड न्यूज़ - तौबा तौबा)

  • साउंड डिज़ाइन: सुभाष साहू (किल)

  • साउंड मिक्सिंग: सुभाष साहू, बोलॉय कुमार दोलोई, राहुल कर्पे (किल)

  • बैकग्राउंड स्कोर: अचिंत ठक्कर (जिगरा)

  • विशेष दृश्य प्रभाव (VFX): रेड चिलीज़ वीएफएक्स (भूल भुलैया 3)

आईफा 2025 विशेष सम्मान:

  • सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री: प्रतिभा रांता (लापता लेडीज)

  • सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता: लक्ष्य लालवानी (किल)

  • सर्वश्रेष्ठ नवोदित निर्देशक: कुणाल खेमू (मडगांव एक्सप्रेस)

  • भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान: राकेश रोशन

आईफा अवॉर्ड्स 2025 में 17 वर्षीय नितांशी गोयल ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया। वह इतनी कम उम्र में यह सम्मान पाने वाली सबसे कम उम्र की अभिनेत्री बन गईं। उन्होंने यह पुरस्कार अपनी भूमिका 'फूल कुमारी' के लिए जीता, जो किरण राव द्वारा निर्देशित फिल्म लापता लेडीज में निभाई थी। यह अवॉर्ड उन्हें बॉबी देओल और बोमन ईरानी ने प्रदान किया। अवॉर्ड जीतने के बाद, नितांशी भावुक हो गईं और अपने भाषण में कहा, "मैं यह पुरस्कार अपनी मां, फूल कुमारी को प्यार देने वाले सभी दर्शकों, किरण मैम, आमिर सर और लापता लेडीज की पूरी टीम को समर्पित करती हूं। यह मेरी जिंदगी का सबसे खास पल है।"

आईफा अवॉर्ड्स का पहला संस्करण 2000 में लंदन में आयोजित किया गया था। आईफा के विजेताओं का चयन ऑनलाइन वोटिंग के माध्यम से किया जाता है, जहां प्रशंसक अपने पसंदीदा सितारों को वोट करते हैं। हालांकि, आईफा आयोजकों को यह अधिकार प्राप्त है कि वे किसी भी प्रविष्टि को अयोग्य घोषित कर सकते हैं। इस वर्ष का आईफा समारोह भारतीय सिनेमा की विरासत, ग्लैमर और वैश्विक प्रभाव को और भी मजबूत करने वाला साबित हुआ।

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