प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई टेली—मानस और ई—संजीवनी स्वास्थ्य सेवाएं आमजन के लिए साबित हो रही है कारगर:— मदन राठौड़

जयपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवाण कल्याण मंत्रालय की ओर से आमजन के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ''राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम''(टेली—मानस) की 2022 में शुरूआत की। इस कार्यक्रम के माध्यम से देशभर में 20 भाषाओं में 18 लाख से अधिक कॉल पर आमजन को मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गई। इतना ही नहीं, टेली मानस कार्यक्रम की लोकप्रियता को देखते हुए साल—दर—साल इनकी सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। देश के 36 राज्य एवं संघ राज्य क्षेत्रों में 53 टेली मानस प्रकोष्ठ की स्थापना की जा चुकी है। केंद्र ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर 10 अक्टूबर 2024 को टेली मानस मोबाइल एप्लिकेशन तक लॉन्च कर दी। इस एप्लिकेशन के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य से लेकर मानसिक विकारों तक के मुद्दों पर सहायता प्रदान की जा रही है। राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने यह जानकारी दी।  

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि केंद्र सरकार ने बेहतर मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम को शुरू किया था। इसके तहत टोल—फ्री नंबर 14416 पर कॉल कर जानकारी प्राप्त की जा सकती है। आमजन के मानसिक तनाव को दूर करने के साथ उनको मोटिवेट करना या उनके साथ संवाद स्थापित कर उनकी परेशानी को दूर करने के उपाय साझा करना इस कार्यक्रम में प्राथमिकता रहती है। टेली—मानस पर 24 घंटे सुविधा उपलबध है। इस दौरान परामर्श के साथ एकीकृत चिकित्सा और मनो सामाजिक अंतक्षेप भी प्रदान किया जाता है। केंद्र सरकार ने पुणे के सशस्त्र बल चिकित्सा महाविद्यालय में भी एक टेली—मानस प्रकोष्ठ की स्थापना की है, ताकि सशस्त्र बल सेवा कर्मियों को मानसिक स्वास्थ्य सहायता के साथ प्रोत्साहन प्रदान किया जा सके। 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार करते हुए टेली मानस सेवाओं के साथ ई—संजीवनी सेवा भी देशभर में शुरू की है। इसमें चिकित्सक मरीज से वीडियो परामर्श के माध्यम घर पर ही उपचार प्रदान करता है। इसके साथ ही ई—संजीवनी एएएम के माध्यम से चिकित्सक अन्य चिकित्सक से टेली—परामर्श के माध्यम से मरीज को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते है। यह सेवा आयुष्मान आरोग्य मंदिर में आने वाले मरीजों को उपलब्ध कराई जाती है। इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी मरीजों के लिए टेली—परामर्श की सुविधा प्रदान करते है और आवश्यकता के अनुसार मेडिकल कॉलेजों के चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों से संपर्क कर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती है। ई—संजीवनी के माध्यम से देशभर में 34 करोड़ से अधिक रोगियों को सेवाएं प्रदान की है। इन सेवाओं को देशभर के 1 लाख 31 हजार 133 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से संचालित किया गया। 

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